Monday, February 01, 2010

किस बात का डर?

मैं फिलहाल लन्दन में हूँ, और आज अपने होटल के कमरे में टीवी देख रहा था
चैनल बदलते बदलते एक चैनल पर रुका (DM Digital), यहाँ अकसर पाकिस्तानी कार्यक्रम आते हैं
देखा तो एक कार्यक्रम का प्रसारण हो रहा था शायद (लन्दन में ही) कहीं तो कोई मस्जिद बनने वाली है और उसके लिए चंदा कलेक्शन का काम हो रहा था

जैसा कि कोई भी अन्य कार्यक्रम होता है वैसा ही चल रहा था कुछ आयतें लिखी हुई तस्वीरों की बोली लग रही थी और लोग खरीद रहे थे और फिर आखिर में एक बन्दा बनने वाली मस्जिद के बारे में बताने लगा वह भी ठीक था, पर उन्होंने २ बातें कहीं जिन्होंने मुझे सोचने पर मजबूर कर दिया उनके शब्दों में:

१ हमें दिल खोल कर पैसा देना चाहिए ताकि हम पुरे UK में मस्जिदों का जाल बिछा दें
२ ताकि हमारे बच्चों को, बुजुर्गों को, कौम को कोई डर ना रहे

क्या कोई इस बात पर रौशनी डाल सकता है कि लोगों को किस बात का डर है? और जाल बिछा कर क्या मिलने वाला है?

2 comments:

Dhananjay said...

20-25 साल के अंदर सारा का सारा यूरोप मुस्लिम बहुल बन जाने वाला है. फ्रांस और ब्रिटेन में मुस्लिम हेड होगा और बुरका सभी के लिए अनिवार्य होगा. ये सब इसी की तरफ एक और कदम है.

ePandit said...

दारुल-इस्लाम तथा दारुल-हरब वाली थ्योरी का हिस्सा है ये। इस्लाम दारुल हरब को दारुल इस्लाम में बदलने के सिद्धांत में विश्वास रखता है तथा इसके लिए सभी उपायों को जायज ठहराता है।