Wednesday, April 08, 2009

पक्षी की नकल

एक चैनल अपने किसी आने वाले कार्यक्रम के लिये अलग अलग खुबियों वाले कलाकार ढुँढ रहा था और अपने बीसवें माले के ऑफ़ीस में चयनकर्ता ऑडिशन ले रहा था।

एक कलाकार और चयनकर्ता के बीच की बातचीत:

कलाकार - "मैं किसी भी पक्षी की नकल उतार सकता हूँ।"
चयनकर्ता - "..पक्षियों की नकल उतारने वाले तो बहुत हैं, हमें और नहीं चाहिये। आप जा सकते हैं।"

"कोई बात नहीं, मैं कहीं और ट्राय करता हूँ" यह कहते हुए कलाकार खिड़की खोलकर बाहर उड़ गया।

3 comments:

संगीता पुरी said...

बहुत बढिया रहा।

Anonymous said...

अच्छी लेखनी हे / पड़कर बहुत खुशी हुई /
आप जो हिन्दी मे टाइप करने केलिए कौनसी टूल यूज़ करते हे...? रीसेंट्ली मे यूज़र फ्रेंड्ली इंडियन लॅंग्वेज टाइपिंग टूल केलिए सर्च कर रहा ता, तो मूज़े मिला " क्विलपॅड " / आप भी " क्विलपॅड " यूज़ करते हे क्या...?
www.quillpad.in

विजय वडनेरे said...

Anonymous ji:
मैं तो बारहा का इस्तेमाल करता हूँ।
मेरे पास तो काफ़ी पुराना वर्जन है, अभी तो बारहा १२.० भी आ गया है। इसे इस्तेमाल कर के देखिये।
और हमें भी बताईए।